world cup में ये है विस्फोटक बल्लेबाज, 10 से ज्यादा छक्के जड़ने वाले खिलाड़ियों के बारे में भी जान लीजिए

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world cup 2023 : नई दिल्ली। वर्ल्ड कप के इतिहास में अब तक महज चार ही ऐसे विस्फोटक बल्लेबाज हुए हैं, जिन्होंने महज एक मैच में 10 से ज्यादा छक्के जड़े हैं. वर्ल्ड कप 2023 में न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले में पाकिस्तान के फखर जमान ने 11 छक्के जड़ डाले.

इसके अलावा साल 2015 के वर्ल्ड कप के एक मुकाबले में न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल ने 11 छक्के जड़ डाले थे. इसी लिस्ट में वेस्टइंडीज के क्रिकेटर क्रिस गेल का नाम भी शामिल है. उन्होंने भी साल 2015 में वर्ल्ड कप के एक मुकाबले में 10 से ज्यादा छक्के जड़े थे. गेल ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 16 छ्क्कों की बारिश की थी. इसी लिस्ट में पहले नंबर पर पूर्व इंग्लिश कप्तान इयोन मोर्गन हैं. मोर्गन ने वर्ल्ड कप 2019 में अफगानिस्तान के खिलाफ तूफानी पारी खेलते हुए 17 छक्के जमाए थे.

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India vs South Africa
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भारत के बल्लेबाज शानदार प्रदर्शन कर रहे है. विराट कोहली, रोहित शर्मा, गिल के साथ कई खिलाड़ियों का जानदार प्रदर्शन कर रही है।भारतीय टीम की इस तरह की घातक गेंदबाजी ने वेस्ट इंडीज की उस बॉलिंग लाइनअप की यादें ताजा कर दी है जिसे देखकर दुनियाभर के बल्लेबाजों की रूह कांप उठती थी.

एक वक्त था जब दुनिया भर में वेस्ट इंडीज के गेंदबाजों की तूती बोलती थी. होल्डिंग, डेनियल, जूलियन और वी होल्डर जैसे कातिल गेंदबाजों के आगे कोई भी टीम थर-थर कांप जाती थी. जब वेस्टइंडीज के गेंदबाज मैदान में उतरते थे तो सामने वाली टीम के लिए 100 रन बनाना भी मुश्किल हो जाता था. कुछ ऐसा ही मंजर इस बार के विश्वकप में नजर आया.

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यहां तक की स्विंग के सुल्तान कहे जाने वाले पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने टीम इंडिया की गेंदबाजी की तुलना 70 और 80 के दशक में वेस्टइंडीज की टीम से की है जिसकी गेंदबाजी के आगे बल्लेबाज खौफ खाते थे.

100 रनों के भीतर सिमटा श्रीलंका और साउथ अफ्रीका

दरअसल 2 नवंबर को भारत और श्रीलंका के बीच मुकाबला हुआ था. जिसमें भारत ने श्रीलंका को 302 रनों से करारी शिकस्त दी थी. इस मैच की खास बात ये रही की भारतीय पेस बैटरी जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज की तिकड़ी ने श्रीलंका को महज 55 रनों पर समेट दिया.

वहीं 3 दिन बाद यानी पांच नवंबर को साउथ अफ्रीका के खिलाफ कोलकाता के ईडेन गार्डन्स में खेले गए मैच में भी टीम इंडिया ने एकतरफा जीत दर्ज किया. साउथ अफ्रीका के साथ हुए मैच में रवींद्र जडेजा की घातक गेंदबाजी के दम पर टीम इंडिया ने पूरी साउथ अफ्रीका की टीम को सिर्फ 83 रनों पर ढेर कर दिया था.

वो किस्सा जब कांप उठी थी भारतीय टीम

इस विश्वकप 2023 के दौरान जो खौफ बुमराह, मोहम्मद सिराज और मोहम्मद शमी की तिकड़ी को लेकर है वो वेस्टइंडीज के दौर की याद दिलाता है. 70 के दौर में वेस्ट इंडीज के गेंदबाजों से अन्य खिलाड़ी इतने ज्यादा डरते थे कि साल 1976 में भारतीय टीम होल्डिंग, डेनियल, जूलियन और वी होल्डर जैसे गेंदबाजों से भरी कैरेबियाई टीम के आगे थर-थर कांप गई थी.

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इन गेंदबाजों का खौफ इतना ज्यादा था कि तत्कालीन कप्तान बिशन सिंह बेदी ने चौथे टेस्ट में अपने खिलाड़ियों की जान बचाने के लिए दोनों ही पारियां घोषित कर दी थी. कहा तो ये भी जाता है कि चोट न लगे इस कारण वह खुद भी मैदान पर नहीं उतरे थे.