मामला उत्तर प्रदेश राज्य के संभल से जिले का है। मीडिया की खबरों के अनुसार जून में नाबालिग लड़की के साथ हुए दुष्कर्म के मामले की जांत गुन्नौर कोतवाली के इंस्पेक्टर अशोक कुमार कर रहे थे। उन्होंने जांच के बहाने लड़की से अश्लील सवाल पूछे।
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फोन पर हुई इस बातचीत में पीड़िता पर सभी आरोपियों में से केवल 2 आरोपियों का नाम लेने का दवाब भी बनाया गया। परिजनों ने बताया कि पुलिस इंस्पेक्टर हमारी बेटी को पूछताछ के नाम पर फोन करके परेशान करते थे।
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पीड़िता के परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप
नाबालिग लड़की के परिजनों ने सस्पेंडेंड पुलिस इंस्पेक्टर पर और भी कई आरोप लगाए हैं। परिजनों का आरोप है कि इंस्पेक्टर ने आरोपियों के साथ मिलकर पीड़िता के बयान को बदलकर लिखा। उन्होंने आगे बताया कि जब चार्जशीट कोर्ट में दायर हुई तब इस बात का पता चला कि इंस्पेक्टर ने बयानों को गलत दर्ज किया है।
भाई ने एसपी से की शिकायत
रेप पीड़िता से फोन पर अश्लील बातचीत करने का ऑडिया वायरल होने और उसके भाई द्वारा शिकायत करने के बाद एसपी कुलदीप सिंह गुनावत ने इंस्पेक्टर अशोक कुमार को निलंबित कर दिया है।