ई-केवाईसी कराते समय हमेशा बरतें सावधानी, नहीं तो खाली हो जायेगा आपका खाता

नई दिल्ली। नेटवर्क

साइबर क्राइम के मामले बढ़ते जा रहे है। पहले तो ATM एटीएम को बदलकर या OTP ओटीपी पुछ कर खाते से पैसे निकाल लेते थे लेकिन अब ekyc ई केवाईसी के नाम पर लोगों के अंगूठों के निशान का क्लोन बनाकर पैसा निकाल रहे। ऐसे ही एक मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए साइबर क्राइम के गिरोह के आठ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

मामला यूपी के संभल जनपद का है। एसपी चक्रेश मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने गिरोह के आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से क्लोन से बनाए गए रबड़ के अंगूठे, लैपटाप, नकदी व अन्य सामान बरामद किया गया है।एसपी ने बताया कि‍ गिरोह द्वारा लोगों के खाते से रकम निकालने की शिकायतें लगातार सामने आ रही थीं। इसके बाद ही थानों की पुलिस व साइबर सेल को सक्रिय किया गया था।

साइबर सेल और नखासा थाना पुलिस ने हसनपुर रोड पर हिंदूपुरा खेड़ा निवासी वसीम के नलकूप पर छापेमारी की। यहां से पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया। यह लोग ई-केवाईसी और ई-श्रम कार्ड बनाने के बहाने लोगों के आधार कार्ड और अंगूठों के निशान लेकर उनसे नकली अंगूठों की छाप मशीनों की मदद से रबर की तैयार करते थे।

रबड़ के अंगूठों की रबड़ की छापें बनाने के बाद गिरोह के लोग उनके बैंक खातों से धनराशि निकाल लेते थे। यह लोग अब तक कई दर्जन ग्रामीणों की रकम क्लोन अंगूठों के जरिये बैंक खातों से निकाल चुके थे। पुलिस व साइबर सेल टीम ने राहुल निवासी शहजादी सराय, इंतजार अली निवासी सारंगपुर, विष्णुपाल उर्फ यशु उर्फ यदु निवासी भवावला, पुनीत कुमार निवासी भारतल मदापुर, रोहित निवासी बाबू खेड़ा, अनुज निवासी खिरनी, विकेश निवासी शेरपुर और संदीप निवासी विक्रमपुर ताहरपुर को गिरफ्तार किया है।

ई-केवाईसी के नाम पर निकालते थे रकम

बीते कुछ माह पहले सरकार द्वारा ई-श्रम कार्ड बनाये जा रहे थे। कुछ गांवों में जनसेवा केन्द्र नहीं थे तो वहां गिरोह के लोग सक्रिय हो जाते थे। गांव में कैंप लगाकर लोगों के ई-श्रम कार्ड बनाने के बाद आधार कार्ड से ईपीएस के माध्यम से खाते से पैसे काट लेते थें। इसके बाद प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की ई-केवाईसी करने के बहाने किसानों के अंगूठों के निशान का क्लोन बनाकर खाते से रकम काट लेते थे।
ऐसे बनाते थे अंगूठों के निशान का क्लोन

ई-केवाईसी और ई-श्रम कार्ड बनाने के बहाने लोगों के आधार कार्ड और अंगूठों के निशान लेकर उनसे नकली अंगूठों की छाप मशीनों की मदद से रबर की तैयार करते थे। रबड़ के अंगूठों की रबड़ की छापें बनाने के बाद गिरोह के लोग उनके बैंक खातों से धनराशि निकाल लेते थे। यह लोग अब तक कई दर्जन ग्रामीणों की रकम क्लोन अंगूठों के जरिये बैंक खातों से निकाल चुके थे।

ई-केवाईसी करते समय बरते सावधानी

पीएम किसान सम्मान निधि की या ई-श्रम कार्ड की ई-केवाईसी कराते समय सावधानी बरतनी जरूरी है। अपने नजदीक के जनसेवा या सीएससी केन्द्र पर ही कराये । बिना परिचत के ई-केवाइसी नहीं कराये।

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