नई दिल्ली : Virat Kohli , 17 june 2024, कोहली ने दुनियाभर में हर विपक्षी टीम के खिलाफ खूब रन बनाए हैं. वे तीनों ही फॉर्मेट में सफल हैं. परिस्थिति जितनी मुश्किल होती है विराट उतनी ही मजबूती से टीम के लिए खड़े होते हैं और टीम को अकेले दम जीत दिलाते हैं.
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कोहली अपने करियर में दर्जनों बार भारतीय टीम को अकेले दम हारा हुआ मैच जीता चुके हैं. विराट ने बल्लेबाजी के नए स्टैंडर सेट किए हैं. इसके बावजूद कुछ क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि विराट अगर 70 या 80 के दशक में होते तो शायद उतने सफल नहीं होते. इसके पीछे उस दौर की खतरनाक गेंदबाजी को तर्क दिया जाता है. अब इस मुद्दे पर एक महान गेंदबाज ने बेबाक बयान दिया है.
वो तब भी महान बल्लेबाज होता
मौजूदा समय के गेंदबाजों को साधारण बताकर विराट के रिकॉर्ड को कमतर बताने की कोशिश करने वालों को पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और महान तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने करारा जवाब दिया है. वसीम ने स्पोर्ट्सकीड़ा से बात करते हुए कहते कहा कि विराट के बारे में कहा जाता है कि अगर वे हमारे समय में होते या फिर 70 के दशक में खेल रहे होते तो शायद उतने सफल नहीं होते तो मैं ऐसे लोगों को कहना चाहता हूँ कि कोहली 70 के दशक में या हमारे समय में होता तो भी एक बड़ा महान बल्लेबाज बनता. विराट में जुनून ही महान खिलाड़ी बनने की है और यही उसे किसी भी समय का श्रेष्ठ बल्लेबाज बनाता.
कहा जाता है कि विराट कोहली ने मैल्कॉम मार्श, माइकल होल्डिंग, कर्टली एंब्रोस, वसीम अकरम, वकार युनूस और ग्लेन मैक्ग्रा जैसे गेंदबाजों को कम खेला है और मौजूदा समय में इस कद के गेंदबाज नहीं हैं इसलिए वे सफल हैं.
हालांकि ऐसे बयान देने वाले एक्सपर्ट्स को ये भी नहीं भूलना चाहिए कि विराट ने मौजूदा समय के डेल स्टेन, जेम्स एंडरसन , मिचेल जॉनसन जैसे खतरनाक गेंदबाजों को खेला है और उनके खिलाफ काफी रन बनाए हैं. इसलिए उनकी क्षमता पर संदेह नहीं किया जा सकता.
जागरूक यूथ न्यूज डिजिटल में सीनियर डिजिटल कंटेंट प्रोड्यूसर है। पत्रकारिता की शुरुआत हिन्दुस्तान अखबार, अमर उजाला, समर इंडिया होते हुए जागरूक यूथ न्यूज में पहुंचा। लगातार कुछ अलग और बेहतर करने के साथ हर दिन कुछ न कुछ सीखने की कोशिश। राजनीति, अपराध और पॉजिटिव खबरों में रुचि।