Business Idea: मुरमुरा को पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में झाल मुरही के तौर पर ज्यादा पसंद किया जाता है. इसी तरह इसे अलग-अलग जगहों पर अलग तरह के रेसिपी के साथ तैयार किया जाता है. मुंबई में इसे भेलपूरी और बेंगलुरु में चुरमुरी के रूप में खाते हैं. मुरमुरे का इस्तेमाल मंदिर में प्रसाद के रूप में भी किया जाता है. मुरमुरा यानी लाई की खपत देश के कोने-कोने में है. अमीर या गरीब सभी इसे बड़े चाव से खाते हैं. इतना ही नहीं स्ट्रीट फूड के तौर पर भी उपयोग किया जाता है.
कितनी आएगी लागत
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खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने ग्रामोद्योग रोजगार योजना के तहत मुरमुरा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने पर एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की है. इस प्रोजेक्ट रिपोर्ट के मुताबिक, इस बिजनेस को शुरू करने के लिए कुल 3.55 लाख रूपये का खर्चा आएगा. अगर आपके पास इस बिजनेस को शुरू करने के लिए पैसे नहीं है तो फिर प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के तहत लोन लिया जा सकता है. आप इस प्रोजेक्ट कॉस्ट के आधार पर लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
फूड लाइसेंस जरूरी
मुरमुरा बनाने के लिए उपयोग होने वाला मुख्य कच्चा सामान धान या चावल है. आप इसे अपने नजदीकी धान मंडी से थोक रेट पर भी खरीद सकते हैं. मुरमुरा या लाई बनाना खाद्य सामग्री के अंतर्गत आता है. लिहाजा भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण से फूड लाइसेंस लेना होगा.
कितनी होगी कमाई
मुरमुरा या लाई बनाने में 10 से 20 रुपये प्रति किलोग्राम तक लागत आती है. इसे रिटेल दुकानदार 40-45 रुपये मे बेचते हैं. इस बिजनेस से घर बैठे लाखों रुपये कमा सकते हैं.
Bhoodev भूदेव जागरूक यूथ न्यूज अखबार व वेबसाइड में सीनियर कंटेंट एडिटर के पद पर कार्यरत है। पिछले 10 वर्षों से मीडिया क्षेत्र प्रिन्ट और डिजिटल में काम कर रहे है। पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद अपने करियर की शुरूआत वर्ष 2012 में हिन्दुस्तान समाचार पत्र मुरादबाद से की। इसके बाद अमर उजाला में भी अपनी सेवाएं दी। प्रिंट मीडिया में रहते हुए डेस्क और न्यूज एडिटिंग में काफी समय तक काम किया है।