मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना से मिलेगा स्वरोजगार

देहरादून । मुख्यमंत्री ने राज्य में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की तर्ज पर मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना प्रारंभ करने और मत्स्य मंडी बनाने की घोषणा की।रविवार को सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी सभागार में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मत्स्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय मत्स्य पालन दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में यह घोषणा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मत्स्य निदेशालय, बड़ासी ग्रांट, देहरादून में स्थापित होने वाले मत्स्य प्रसंस्करण यूनिट का शिलान्यास किया।

 

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इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राज्य में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की तर्ज पर मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना प्रारंभ करने और गढ़वाल एवं कुमाऊं में मत्स्य पालकों की सुविधा के लिए मत्स्य मंडी की स्थापना करने की घोषणा की। इसके साथ ही कहा कि मत्स्य पालन को कृषि का दर्जा देते हुए मत्स्य पालन में लगने वाली विद्युत दरों को कृषि दरों पर निर्धारित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री धामी ने मत्स्य विभाग से संबंधित सभी स्टालों का भी अवलोकन किया। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत 2 लाभार्थियों को मोटरसाइकिल और आइस बॉक्स भेंट किया। जनपद उधमसिंह नगर एवं हरिद्वार के ग्राम समाज के तालाबों के पट्टों का आवंटन एवं मत्स्य पालन के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले प्रत्येक जिले से दो व्यक्तियों को मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया।

 

मुख्यमंत्री ने मत्स्य पालन दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उत्पादों को अच्छा बाजार मिले इसके लिए सरकार प्रयासरत है। राज्य के पर्वतीय क्षेत्र में मत्स्य पालन के बढ़ते प्रभाव पर खुशी जाहिर की। साथ ही कहा कि यह स्वरोजगार के लिए एक नई उम्मीद है।

कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि उत्तराखंड में मत्स्य पालन के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। सरकार की ओर से मात्स्यिकी के दृष्टिकोण से उपलब्ध जल संसाधनों के उपयोग के लिए किए जा रहे कार्यों के तहत लगभग 11 हजार व्यक्ति प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से मत्स्य पालन से जुड़े हैं। केन्द्र सरकार की ओर से भी मत्स्य विकास के कार्यों के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना संचालित की जा रही है। लगभग 336 व्यक्तिगत लाभार्थियों एवं 17 सहकारी समितियों को लाभान्वित किया जा चुका है। सरकार की ओर से अधिक ऊंचाई के सुदूर क्षेत्रों में रोजगार के बेहतर साधन के रूप में स्थापित करने के लिए पर्वतीय क्षेत्रों में ट्राउट फार्मिंग परियोजना संचालित कराई जा रही है।

इस मौके पर विधायक खजान दास,विधायक बृज भूषण गैरोला,विधायक उमेश शर्मा काऊ, सचिव आर.मीनाक्षी सुंदरम, सचिव डॉ.बी.वी.आर.सी पुरुषोत्तम,विभिन्न जनपदों से आये मत्स्य पालक एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

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