JYNEWS-भारतीय क्रिकेट में एक बड़ा भूकंप आ गया है। रोहित शर्मा, जिन्हें ‘हिटमैन’ के नाम से जाना जाता है, को वनडे कप्तानी से हटा दिया गया है। शुभमन गिल को नया कप्तान बनाया गया, जबकि रोहित अभी भी टीम का हिस्सा हैं। यह फैसला ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए घोषित वनडे स्क्वॉड में आया, जो 19 अक्टूबर से शुरू होगा। चीफ सिलेक्टर अजीत अगरकर और हेड कोच गौतम गंभीर के इस निर्णय ने क्रिकेट जगत को हिलाकर रख दिया।
क्यों भड़क गए दिग्गज? पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने इसे ‘अन्याय’ करार देते हुए कहा, “एक साल भी नहीं दे पाए हम उन्हें।” सोशल मीडिया पर फैंस का गुस्सा फूट पड़ा है। यह विवाद सिर्फ कप्तानी का नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य का सवाल बन गया है। आइए, इसकी गहराई में उतरें।

रोहित शर्मा का कप्तानी सफर: उपलब्धियों की झलक
रोहित शर्मा ने 2017 से वनडे कप्तानी संभाली। उनके नेतृत्व में भारत ने दो ICC ट्रॉफी जीतीं – 2023 वर्ल्ड कप फाइनल और 2025 चैंपियंस ट्रॉफी। 56 वनडे मैचों में 42 जीत के साथ उनका सक्सेस रेट 75% रहा।
- मुख्य उपलब्धियां:
- 2023 वनडे वर्ल्ड कप: फाइनल तक पहुंच, 10 मैचों में 648 रन।
- 2025 चैंपियंस ट्रॉफी: फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच, भारत को खिताब।
- सीरीज जीत: ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड जैसी मजबूत टीमों पर ऐतिहासिक जीतें।
- बल्लेबाजी: कप्तान के रूप में 3000+ रन, औसत 48.5।
रोहित की कप्तानी में टीम ने आक्रामक क्रिकेट खेला, जो युवा खिलाड़ियों को बढ़ावा देता था। लेकिन अब, 38 साल की उम्र में उन्हें साइडलाइन कर दिया गया। यह बदलाव क्यों? (शब्द: 180)
कप्तानी बदलाव का फैसला: क्या हुआ और क्यों?
4 अक्टूबर 2025 को अहमदाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजीत अगरकर ने घोषणा की। शुभमन गिल को वनडे कप्तान बनाया गया, श्रेयस अय्यर उपकप्तान। रोहित और विराट कोहली टीम में हैं, लेकिन कप्तानी से बाहर।
फैसले के पीछे मुख्य कारण:
- तीन फॉर्मेट में तीन कप्तान: टेस्ट (गिल), वनडे (गिल अब), टी20 (सूर्यकुमार यादव)।
- उम्र का फैक्टर: रोहित 38, विराट 37 – 2027 वर्ल्ड कप तक फिटनेस चैलेंज।
- कम वनडे मैच: अगले दो सालों में सीमित गेम्स, नए कप्तान को समय चाहिए।
अजीत अगरकर का स्पष्टीकरण: लॉन्ग-टर्म प्लानिंग
अजीत अगरकर ने कहा, “तीन कप्तान रखना अव्यावहारिक है। 2027 वर्ल्ड कप के लिए गिल को समय देना जरूरी।” उन्होंने रोहित से बात की, लेकिन उनकी प्रतिक्रिया गोपनीय रखी।
| कारण | अगरकर का बयान | प्रभाव |
|---|---|---|
| फॉर्मेट बैलेंस | “तीन कप्तानों से कोचिंग मुश्किल” | एकरूपता बढ़ेगी |
| युवा विकास | “गिल युवा, इंग्लैंड टेस्ट में साबित” | 2027 के लिए तैयारी |
| रोहित-विराट | “रन बनाओ, तो खेलो” | परफॉर्मेंस पर निर्भर |
अगरकर का जोर: “यह टीम के हित में।” लेकिन दिग्गजों का मानना है कि यह जल्दबाजी है। (शब्द: 160)
गौतम गंभीर की भूमिका: कोच का दृष्टिकोण
गौतम गंभीर ने पहले छह महीनों में पीछे हटकर रोहित को सपोर्ट किया। लेकिन न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार ने उन्हें सख्त बनाया। रिपोर्ट्स कहती हैं, रोहित की ‘स्टेटस’ से गंभीर को चिंता थी – यह टीम कल्चर बिगाड़ सकता था।
- गंभीर के फैसले:
- रोहित की फिलॉसفی को साइडलाइन: नई स्ट्रैटेजी लागू।
- गिल पर भरोसा: टेस्ट कप्तानी से वनडे में ट्रांजिशन।
- उम्र चिंता: रोहित-विराट की फॉर्म बनाए रखना मुश्किल।
दिग्गजों का गुस्सा: मोहम्मद कैफ की आलोचना
पूर्व मैच विनर मोहम्मद कैफ ने इंस्टाग्राम पर तीखा प्रहार किया: “रोहित ने 16 साल दिए, हम एक साल नहीं दे पाए। चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच थे।” कैफ ने इसे ‘अन्याय’ कहा, 2027 वर्ल्ड कप तक रोहित को मौका देने की मांग की।
अन्य दिग्गज:
- सोशल मीडिया रिएक्शन: “इतिहास भूल जाएगा नहीं” – फैंस।
- पूर्व खिलाड़ी: कई ने BCCI को ‘शर्म करो’ कहा।
कैफ का पॉइंट: टाइमिंग गलत, उपलब्धियां भुलाई गईं। (शब्द: 130)
फैंस और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
X (पूर्व ट्विटर) पर #RohitSharma ट्रेंडिंग। फैंस ने गंभीर-अगरकर को ‘स्नेक’ कहा।
- कुंजी पोस्ट:
- “कर्मा आएगा” – रोहित फैंस।
- “पॉलिटिक्स: IPL से BCCI तक”।
- “रिस्पेक्ट तो बनता था” – 5000+ व्यूज।
फैंस का गुस्सा: “ट्रॉफी जीतने के बाद हटाना अपमान।” यह विवाद वायरल हो गया। (शब्द: 100)
भविष्य की संभावनाएं: 2027 वर्ल्ड कप की तैयारी
गिल की कप्तानी में भारत साउथ अफ्रीका, जिम्बाब्वे, नामीबिया में WC खेलेगा। रोहित-विराट रन बनाकर रहेंगे, लेकिन अनिश्चित।
- चुनौतियां:
- गिल का प्रेशर: दो फॉर्मेट।
- रोहित का रोल: मेंटर या प्लेयर?
- टीम बैलेंस: युवा vs अनुभव।
यह बदलाव नया दौर ला सकता, लेकिन दिग्गजों का गुस्सा बाकी। (शब्द: 110)
निष्कर्ष
रोहित शर्मा को वनडे कप्तानी से हटाना लॉन्ग-टर्म प्लानिंग का हिस्सा है, लेकिन टाइमिंग ने विवाद खड़ा कर दिया। मोहम्मद कैफ जैसे दिग्गजों का भड़कना जायज – उपलब्धियों का सम्मान जरूरी। गंभीर-अगरकर का फैसला सही साबित होगा या नहीं, समय बताएगा। भारतीय क्रिकेट में नया अध्याय शुरू, लेकिन रोहित का योगदान अमर। क्या गिल इतिहास रचेगा? कमेंट्स में बताएं।
