Aapda Mitra Bharti : 22 हजार नए आपदा मित्र बनाए जाएंगे, इतना मिलेगा मानदेय

JYNEWS , Aapda Mitra Bharti : भारत में प्राकृतिक आपदाओं की बढ़ती संख्या ने आपदा प्रबंधन को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है। इस दिशा में, केंद्र सरकार ने आपदा मित्र योजना के तहत 22,000 नए स्वयंसेवकों की भर्ती की घोषणा की है। यह योजना न केवल आपदा प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की मदद करेगी, बल्कि युवाओं को आपदा प्रबंधन में प्रशिक्षित करके उन्हें समाज सेवा का अवसर भी प्रदान करेगी। इस लेख में हम आपदा मित्र भर्ती 2025, स्वयंसेवकों की भूमिका, मानदेय, और इस योजना से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी को विस्तार से समझेंगे।

सामग्री तालिका

  • आपदा मित्र योजना क्या है?
  • आपदा मित्र भर्ती 2025: मुख्य विशेषताएं
  • 22,000 नए स्वयंसेवकों की भर्ती
  • आपदा मित्र स्वयंसेवकों की भूमिका
  • मानदेय और लाभ
  • आवेदन प्रक्रिया और पात्रता
  • प्रशिक्षण और तैयारी
  • आपदा मित्र योजना का महत्व
  • निष्कर्ष
  • अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

आपदा मित्र योजना क्या है?

आपदा मित्र योजना राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) द्वारा शुरू की गई एक केंद्रीय योजना है, जिसका उद्देश्य समुदाय स्तर पर आपदा प्रबंधन की क्षमता को बढ़ाना है। इस योजना के तहत स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया जाता है ताकि वे बाढ़, चक्रवात, भूस्खलन और भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं में तत्काल राहत और बचाव कार्य कर सकें। 2016 में शुरू हुई इस योजना ने अब तक हजारों स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया है, जो विभिन्न आपदाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।

योजना का उद्देश्य

  • समुदाय को आपदा प्रबंधन में आत्मनिर्भर बनाना।
  • स्वयंसेवकों को आपदा के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया के लिए प्रशिक्षित करना।
  • स्थानीय स्तर पर राहत और बचाव कार्यों को मजबूत करना।

आपदा मित्र भर्ती 2025: मुख्य विशेषताएं

2025 में आपदा मित्र भर्ती के तहत केंद्र सरकार ने 350 आपदा प्रभावित जिलों में 22,000 नए स्वयंसेवकों को शामिल करने का लक्ष्य रखा है। यह भर्ती युवा आपदा मित्र योजना के विस्तार के रूप में शुरू की गई है, जिसमें राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC), राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS), नेहरू युवा केंद्र संगठन (NYKS), और भारत स्काउट्स एंड गाइड्स (BSG) के स्वयंसेवक शामिल होंगे।

भर्ती की मुख्य विशेषताएं

  • कुल स्वयंसेवक: 22,000
  • जिले: 350 (बाढ़, चक्रवात, भूस्खलन और भूकंप प्रभावित क्षेत्र)
  • प्रशिक्षण अवधि: 12 दिन का गहन प्रशिक्षण
  • लक्ष्य: आपदा प्रबंधन में स्थानीय समुदाय की क्षमता बढ़ाना

22,000 नए स्वयंसेवकों की भर्ती

केंद्र सरकार ने आपदा मित्र योजना को और विस्तार देने के लिए 22,000 नए स्वयंसेवकों की भर्ती की घोषणा की है। यह भर्ती उन क्षेत्रों में की जाएगी जो प्राकृतिक आपदाओं के लिए अत्यधिक संवेदनशील हैं। इन स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।

भर्ती का दायरा

  • जिलों का चयन: 350 जिलों को बाढ़, चक्रवात, भूस्खलन और भूकंप जैसे खतरों के आधार पर चुना गया है।
  • स्वयंसेवकों का चयन: प्रत्येक जिले में जनसंख्या घनत्व के आधार पर स्वयंसेवकों की संख्या निर्धारित की जाएगी।
  • महिला स्वयंसेवकों को प्राथमिकता: योजना में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

आपदा मित्र स्वयंसेवकों की भूमिका

आपदा मित्र स्वयंसेवक आपदा के दौरान पहली प्रतिक्रिया देने वाले के रूप में काम करते हैं। ये स्वयंसेवक न केवल राहत और बचाव कार्यों में सहायता करते हैं, बल्कि समुदाय को आपदा से बचने के लिए जागरूक भी करते हैं।

स्वयंसेवकों की जिम्मेदारियां

  • बचाव कार्य: बाढ़, चक्रवात या भूकंप के दौरान लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना।
  • राहत वितरण: भोजन, दवाइयां और अन्य आवश्यक सामग्री का वितरण।
  • जागरूकता अभियान: समुदाय को आपदा से बचने के उपायों के बारे में शिक्षित करना।
  • क्वारंटाइन केंद्रों का प्रबंधन: महामारी जैसी स्थिति में क्वारंटाइन केंद्रों का संचालन।

कोविड-19 में योगदान

पिछले वर्षों में, आपदा मित्र स्वयंसेवकों ने कोविड-19 महामारी के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने खाद्य वितरण, मास्क वितरण, और क्वारंटाइन केंद्रों के प्रबंधन में सहायता की।

मानदेय और लाभ

आपदा मित्र स्वयंसेवकों को उनके कार्य के लिए मानदेय प्रदान किया जाता है, जो उनके प्रशिक्षण और आपदा प्रबंधन कार्यों के दौरान उनकी मेहनत का सम्मान करता है। हालांकि, अभी तक मानदेय की सटीक राशि की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह क्षेत्र और कार्य की प्रकृति के आधार पर निर्धारित किया जाएगा।

संभावित मानदेय संरचना

  • प्रशिक्षण अवधि: प्रशिक्षण के दौरान स्वयंसेवकों को दैनिक भत्ता दिया जा सकता है।
  • आपदा कार्य: आपदा के दौरान सक्रिय सेवा के लिए प्रति कार्य या मासिक आधार पर मानदेय।
  • जीवन बीमा: स्वयंसेवकों को जीवन बीमा कवरेज प्रदान किया जाता है।

अन्य लाभ

  • प्रशिक्षण किट: प्रत्येक स्वयंसेवक को आपातकालीन प्रतिक्रिया किट प्रदान की जाती है।
  • प्रमाणपत्र: प्रशिक्षण पूरा करने पर प्रमाणपत्र दिया जाता है, जो भविष्य में रोजगार के अवसरों में सहायक हो सकता है।
  • समाज सेवा का अवसर: स्वयंसेवकों को अपने समुदाय की सेवा करने का गौरव प्राप्त होता है।

आवेदन प्रक्रिया और पात्रता

आपदा मित्र भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी रखा गया है। इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।

पात्रता मानदंड

  • आयु: 18 से 35 वर्ष
  • शिक्षा: न्यूनतम 10वीं पास
  • शारीरिक स्वास्थ्य: शारीरिक रूप से फिट और आपदा प्रबंधन कार्यों के लिए उपयुक्त
  • स्थानीय निवास: संबंधित जिले का निवासी होना अनिवार्य हो सकता है।

आवेदन प्रक्रिया

  1. ऑनलाइन पंजीकरण: NDMA या राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  2. फॉर्म भरें: व्यक्तिगत और शैक्षिक जानकारी के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  3. दस्तावेज अपलोड करें: पहचान पत्र, शैक्षिक प्रमाणपत्र और अन्य आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
  4. चयन प्रक्रिया: चयन शारीरिक परीक्षण और साक्षात्कार के आधार पर हो सकता है।

प्रशिक्षण और तैयारी

आपदा मित्र स्वयंसेवकों को 12 दिनों का गहन प्रशिक्षण दिया जाता है, जो राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और अन्य विशेषज्ञ संस्थानों द्वारा संचालित होता है। प्रशिक्षण में सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों पहलुओं को शामिल किया जाता है।

प्रशिक्षण के प्रमुख पहलू

  • बचाव तकनीक: बाढ़, भूकंप और चक्रवात में बचाव के तरीके।
  • प्राथमिक चिकित्सा: आपातकालीन चिकित्सा सहायता प्रदान करना।
  • आपदा प्रबंधन उपकरण: हल्के खोज और बचाव उपकरणों का उपयोग।
  • टीम वर्क: NDRF और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय।

प्रशिक्षण केंद्र

  • प्रशिक्षण केंद्र प्रत्येक राज्य में स्थापित किए गए हैं।
  • केंद्रों में जल टैंक, व्याख्यान कक्ष और आवासीय सुविधाएं उपलब्ध हैं।

आपदा मित्र योजना का महत्व

आपदा मित्र योजना भारत जैसे देश में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जहां प्राकृतिक आपदाएं नियमित रूप से होती हैं। यह योजना न केवल आपदा प्रबंधन को मजबूत करती है, बल्कि स्थानीय समुदायों को आत्मनिर्भर बनाती है।

योजना के लाभ

  • त्वरित प्रतिक्रिया: स्थानीय स्वयंसेवक आपदा के तुरंत बाद कार्य शुरू कर सकते हैं।
  • जागरूकता: समुदाय को आपदा से बचने के उपायों के बारे में जानकारी।
  • महिला सशक्तिकरण: महिलाओं को आपदा प्रबंधन में नेतृत्व की भूमिका।

सामाजिक प्रभाव

आपदा मित्र स्वयंसेवकों ने केरल बाढ़, साइक्लोन फानी, और कोविड-19 महामारी जैसी स्थितियों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी सेवाओं ने हजारों लोगों की जान बचाई और समुदायों को संकट से उबरने में मदद की।

निष्कर्ष

आपदा मित्र भर्ती 2025 एक महत्वपूर्ण कदम है जो भारत के आपदा प्रबंधन ढांचे को और मजबूत करेगा। 22,000 नए स्वयंसेवकों की भर्ती न केवल आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को गति देगी, बल्कि युवाओं को समाज सेवा का अवसर भी प्रदान करेगी। इस योजना में शामिल होने के लिए इच्छुक उम्मीदवारों को तुरंत आवेदन करना चाहिए और अपने समुदाय के लिए “आपदा मित्र” बनने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. आपदा मित्र योजना क्या है?
यह NDMA द्वारा शुरू की गई एक योजना है जो समुदाय स्तर पर आपदा प्रबंधन के लिए स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करती है।

2. आपदा मित्र भर्ती 2025 में कितने स्वयंसेवकों को चुना जाएगा?
22,000 स्वयंसेवकों को 350 जिलों में चुना जाएगा।

3. स्वयंसेवकों को कितना मानदेय मिलेगा?
मानदेय की सटीक राशि की घोषणा अभी बाकी है, लेकिन यह क्षेत्र और कार्य के आधार पर होगा।

4. आवेदन कैसे करें?
आधिकारिक NDMA या SDMA वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।

5. क्या महिलाएं इस योजना में शामिल हो सकती हैं?
हां, योजना में महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाता है।