Janani Suraksha Yojana : महिलाओं को मिल रहे है 6,000 रुपये, जाने आवेदन का तरीका

JYNEWS: Janani Suraksha Yojana : भारत में मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें जननी सुरक्षा योजना (JSY) एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए प्रोत्साहित करती है और उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इस लेख में हम जननी सुरक्षा योजना के तहत पात्र लाभार्थियों, प्रोत्साहन राशि, मातृत्व लाभ, और प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से भुगतान की प्रक्रिया को विस्तार से समझेंगे। यदि आप गर्भवती हैं या इस योजना के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए उपयोगी होगा।

सामग्री तालिका

  • जननी सुरक्षा योजना क्या है?

  • योजना के मुख्य उद्देश्य

  • पात्र लाभार्थी कौन हैं?

  • प्रोत्साहन राशि की गणना

  • प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) प्रक्रिया

  • आवेदन प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेज

  • आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका

  • योजना के लाभ और प्रभाव

  • अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Janani Suraksha Yojana : जननी सुरक्षा योजना क्या है?

जननी सुरक्षा योजना (JSY) भारत सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत एक सुरक्षित मातृत्व कार्यक्रम है। इसे 12 अप्रैल 2005 को शुरू किया गया था। इस योजना का मुख्य लक्ष्य गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर गर्भवती महिलाओं को सरकारी या मान्यता प्राप्त निजी स्वास्थ्य संस्थानों में प्रसव के लिए प्रोत्साहित करना है। योजना के तहत, पात्र महिलाओं को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है, जो सीधे उनके बैंक या डाकघर खाते में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से हस्तांतरित की जाती है।

Janani Suraksha Yojana : योजना की विशेषताएं

  • संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहन: अस्पतालों में प्रसव को बढ़ावा देना।

  • नकद सहायता: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अलग-अलग राशि।

  • आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका: स्थानीय स्तर पर सहायता और जागरूकता।

  • मातृ और शिशु स्वास्थ्य: प्रसव पूर्व और बाद की देखभाल।

Janani Suraksha Yojana : योजना के मुख्य उद्देश्य

जननी सुरक्षा योजना के निम्नलिखित उद्देश्य हैं:

  • मातृ मृत्यु दर में कमी: सुरक्षित प्रसव के माध्यम से माताओं की सुरक्षा।

  • शिशु मृत्यु दर में कमी: नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य की रक्षा।

  • संस्थागत प्रसव को बढ़ावा: घर पर प्रसव की बजाय अस्पतालों में प्रसव।

  • आर्थिक सहायता: गरीब परिवारों को वित्तीय बोझ से राहत।

नोट: यह योजना विशेष रूप से निम्न प्रदर्शन करने वाले राज्यों (LPS) जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान आदि पर केंद्रित है।

Janani Suraksha Yojana : पात्र लाभार्थी कौन हैं?

जननी सुरक्षा योजना का लाभ निम्नलिखित महिलाएं उठा सकती हैं:

Janani Suraksha Yojana : पात्रता मानदंड

  • आर्थिक स्थिति: गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवनयापन करने वाली महिलाएं।

  • प्रसव स्थान: सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों या JSY द्वारा मान्यता प्राप्त निजी अस्पतालों में प्रसव।

  • बच्चों की संख्या: योजना दो बच्चों तक लागू होती है।

  • उम्र: 19 वर्ष से अधिक उम्र की गर्भवती महिलाएं।

  • पंजीकरण: सरकारी अस्पताल में प्रसव के लिए पंजीकरण अनिवार्य।

Janani Suraksha Yojana : अपात्रता

  • जिन महिलाओं ने कॉटेज सुविधा (पेड वार्ड) का उपयोग किया हो।

  • गैर-मान्यता प्राप्त निजी अस्पतालों में प्रसव करने वाली महिलाएं।

Janani Suraksha Yojana : प्रोत्साहन राशि की गणना

जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रोत्साहन राशि क्षेत्र और योजना के आधार पर भिन्न होती है। औसतन, प्रत्येक पात्र महिला को 6,000 रुपये तक की सहायता मिलती है, जिसमें JSY और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) की राशि शामिल हो सकती है।

प्रोत्साहन राशि का विवरण

क्षेत्र

JSY प्रोत्साहन राशि

PMMVY राशि

कुल राशि

ग्रामीण क्षेत्र

1,400 रुपये

5,000 रुपये

6,400 रुपये

शहरी क्षेत्र

1,000 रुपये

5,000 रुपये

6,000 रुपये

  • ग्रामीण क्षेत्र: 1,400 रुपये JSY + 5,000 रुपये PMMVY = 6,400 रुपये।

  • शहरी क्षेत्र: 1,000 रुपये JSY + 5,000 रुपये PMMVY = 6,000 रुपये।

  • आशा कार्यकर्ता प्रोत्साहन: ग्रामीण क्षेत्र में 350 रुपये और शहरी क्षेत्र में 200 रुपये।

Janani Suraksha Yojana : भुगतान की शर्तें

  • प्रसव के बाद कम से कम 48 घंटे (मेडिकल कॉलेज में 24 घंटे) अस्पताल में रुकना अनिवार्य।

  • राशि का भुगतान केवल डीबीटी के माध्यम से।

Janani Suraksha Yojana : प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) प्रक्रिया

प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से प्रोत्साहन राशि सीधे लाभार्थी के बैंक या डाकघर खाते में हस्तांतरित की जाती है। यह प्रक्रिया पारदर्शी और त्वरित है।

Janani Suraksha Yojana : डीबीटी के लाभ

  • पारदर्शिता: भुगतान में कोई बिचौलिया नहीं।

  • त्वरित हस्तांतरण: प्रसव के कुछ दिनों के भीतर राशि खाते में।

  • सुरक्षा: नकद भुगतान की तुलना में सुरक्षित।

Janani Suraksha Yojana : डीबीटी के लिए आवश्यकताएं

  • बैंक/डाकघर खाता: लाभार्थी का खाता आधार से लिंक होना चाहिए।

  • आधार कार्ड: पहचान और भुगतान के लिए अनिवार्य।

  • जननी कार्ड: योजना के तहत पंजीकरण के बाद प्राप्त होता है।

महत्वपूर्ण: यदि बैंक खाता उपलब्ध नहीं है, तो डाकघर खाते के माध्यम से भी भुगतान संभव है।

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Janani Suraksha Yojana : आवेदन प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेज

जननी सुरक्षा योजना का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करें:

आवेदन प्रक्रिया

  1. पंजीकरण: नजदीकी सरकारी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र में पंजीकरण कराएं।

  2. आशा कार्यकर्ता से संपर्क: स्थानीय आशा कार्यकर्ता पंजीकरण में सहायता करेंगी।

  3. दस्तावेज जमा करें: आवश्यक दस्तावेज अस्पताल में जमा करें।

  4. जननी कार्ड प्राप्त करें: पंजीकरण के बाद यह कार्ड जारी किया जाता है।

  5. प्रसव के बाद भुगतान: प्रसव के बाद राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित।

Janani Suraksha Yojana : आवश्यक दस्तावेज

  • आधार कार्ड या वोटर कार्ड

  • बैंक/डाकघर खाता विवरण

  • गर्भावस्था पंजीकरण प्रमाण

  • निवास प्रमाण पत्र

  • BPL कार्ड (यदि लागू)

Janani Suraksha Yojana : आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका

आशा (मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता) इस योजना की रीढ़ हैं। उनकी भूमिका निम्नलिखित है:

  • जागरूकता फैलाना: गर्भवती महिलाओं को योजना के लाभ बताना।

  • पंजीकरण में सहायता: अस्पताल में पंजीकरण और दस्तावेज जमा करने में मदद।

  • प्रसव पूर्व जांच: कम से कम 3 प्रसव पूर्व जांच (ANC) सुनिश्चित करना।

  • प्रोत्साहन राशि: आशा कार्यकर्ताओं को भी प्रोत्साहन राशि मिलती है।

Janani Suraksha Yojana :योजना के लाभ और प्रभाव

जननी सुरक्षा योजना ने भारत में मातृ और शिशु स्वास्थ्य में उल्लेखनीय सुधार किया है। इसके प्रमुख लाभ:

  • संस्थागत प्रसव में वृद्धि: 81.7% प्रसव अब संस्थानों में हो रहे हैं।

  • मृत्यु दर में कमी: मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी।

  • आर्थिक राहत: गरीब परिवारों को वित्तीय सहायता।

  • नवजात देखभाल: प्रसव के बाद 5 साल तक मुफ्त टीकाकरण।

प्रभाव

  • ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच बढ़ी।

  • महिलाओं में स्वास्थ्य जागरूकता में वृद्धि।

  • नवजात शिशुओं के लिए बेहतर पोषण और देखभाल।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. जननी सुरक्षा योजना का लाभ कौन उठा सकता है?
    गरीबी रेखा से नीचे की गर्भवती महिलाएं, जो सरकारी या मान्यता प्राप्त निजी अस्पतालों में प्रसव कराती हैं।

  2. प्रोत्साहन राशि कैसे मिलती है?
    राशि डीबीटी के माध्यम से बैंक या डाकघर खाते में हस्तांतरित होती है।

  3. क्या निजी अस्पतालों में प्रसव पर लाभ मिलता है?
    केवल JSY द्वारा मान्यता प्राप्त निजी अस्पतालों में।

  4. आवेदन के लिए कौन से दस्तावेज चाहिए?
    आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, और गर्भावस्था पंजीकरण प्रमाण।

  5. क्या योजना दो से अधिक बच्चों के लिए लागू है?
    नहीं, यह योजना केवल दो बच्चों तक सीमित है।

Janani Suraksha Yojana : निष्कर्ष

जननी सुरक्षा योजना गर्भवती महिलाओं और उनके नवजात शिशुओं के लिए एक वरदान है। यह योजना न केवल सुरक्षित प्रसव को प्रोत्साहित करती है, बल्कि आर्थिक सहायता के माध्यम से गरीब परिवारों का बोझ भी कम करती है। प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से पारदर्शी और त्वरित भुगतान सुनिश्चित किया जाता है। यदि आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या आशा कार्यकर्ता से संपर्क करें और आज ही पंजीकरण कराएं।

अधिक जानकारी के लिए: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।

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